अंगिका मुंडन लोकगीत

अंगिका मुंडन लोकगीत
299519अंगिका मुंडन लोकगीत

बबुआ के बाल माय गे गर्दन भरी हे,

अंगिका मुंडन लोकगीत

माय गे गर्दन भरी हे।

हजमा रे धीरे-धीरे कटिहो बबुआ-क बाल-

से बबुआ बड़ा सुकुमार छेथिन हे।

हेजमा रे धीरे धीरे कटिहो बबुआ-क बाल-

से बबुआ मोर सुकुमार छेथिन।

बबुआ के नानी हेजमा तोरे देभो हे,

हेजमा तोरे देभो हो।

हेजमा हो धीरे धीरे कटिहो बबुआ-क बाल,

से बबुआ मोर सुकुमार छेथिन हे।

हेजमा हे धीरे धीरे काटीहो बबुआ-क बाल,

से बबुआ मोर सुकुमार छेथिन हे।

बबुआ के बाल आगे माय गर्दन भरी हे,

आगे माय भुइयां लोटे गे।

हेजमा रे धीरे धीरे कटिहे बबुआ-क बाल-

से बबुआ मोर सुकुमार छेथिन हे।

हेजमा हे धीरे धीरे कटिहे बबुआ-क बाल-

से बबुआ मोर सुकुमार छेथिन।

बबुआ के फुआ हेजमा तोरहे देबो हो,

हेजमा तोरहे देबो हो।

हेजमा हे धीरे धीरे कटिहे बबुआ-क बाल-

से बबुआ मोर सुकुमार छेथिन हे।

हेजमा हे धीरे धीरे कटिहे बबुआ-क बाल-

से बबुआ मोर सुकुमार छेथिन हे।