कवना नगरिया के इहो दुनू भइया

कवना नगरिया के इहो दुनू भइया
by महेंदर मिसिर
301322कवना नगरिया के इहो दुनू भइयामहेंदर मिसिर

कवना नगरिया के इहो दुनू भइया
मोर देवरवा रे हमरो परनवाँ हर ले जाय।
आ मरे महुइया के हरे-हरे पातवा
मोर देवरवा रे ओइसे डोले जियरा हमार।
कबहीं ना देखलीं हम अइसन सुरतिया
मोर देवरवा रे जेहि देखि नयनवाँ जुड़ाय।
छोटे-छोटे बहियाँ में तीरवा धेनुहिया
मोर देवरवा रे छोटे-छोटे कनियाँ निहार।
सोना के थाली में आरती उतरबों
मोर देवरवा रे इनका के करइबों जेवंनार।
कहत महेन्द्र मन मोहले बटोहिया
मोर देवरवा रे जिया नाहीं मानेला हमार।


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