मेरा नाम क्रितिका है|मै बेंगलुरु मे बचपान से रहती हुँ ओर मेरी माता- पिता भी बचपान से रहकर आए है|मेरी माता का नाम कला हे ओर मेरी पिता का नाम नागराज हे|मे अपनी माता-पिता कि हि प्यारी बेटि हुँ|मेरी कोही भाई-बाहन नही है|मे एक से दसवी ताक वाग्देवी विलास स्कूल,बेंगलुरु मे पढी मे बहुत अच्छी पढ्ती थी ओर स्कूल मे होने वाली सारी गतिविधियों मे बहूत उत्साह से भाग लिया करती थी|मैं खेल में बहुत अच्छा थी|हम अपने दोस्तों के साथ जाने के लिए इस्तेमाल विद्यालय पैदल चलने योग्य दूरी के भीतर रहने के लिए प्रयोग किया जाता है और शाम को अपने दोस्तों के साथ वापस लौटता है।मेरी कोइ शोक नही है,जो कुछ भि करती हुँ मन से करती हुँ|मेरे बहुत सारे दोस्त थे ओर मे उनको बहुत प्यार करती हु | अपनी पढ़ाई के साथ-साथ मैं कुछ वर्षों के लिए संगीता और नृत्य सीखा है, लेकिन यह मेरी पढ़ाई में बाधा था क्योंकि मैं इसे जारी नहीं कर सका|मे कुत्तो से बहुत प्यार करती ओर उनको पाल भि करते थे|मे अपनी ग्यारह ओर बारवी कक्षा शिरडी साईं प्री युनिवर्सिटी कॉलेज मे किया|मे दसवि कक्षा तक सेंट्रल बोर्ड कि पाठ्यक्रम ग्यारह ओर बारवी कक्षा मे राज्य बोर्ड कि पाठ्यक्रम पढि|इस मे भि बहुत सारे गतिविधियों मे पाठ लिया करती थी|अच्छी तरह से अध्ययन करने के बाद मैं अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल करके अपने माता पिता गर्व से महसुस करने दे|मेरे माता-पिता को अपने जीवन का आनंद लेने केलिए कहुगी |मे हमेशा अपनी माता-पिता कि सुनकर आइ हुँ ओर हमेश सुनुगी|मेरा पसंदीदा विषय हे जीवविज्ञान ओर पसंदीदा नहीं हे गणित|मे गणित मे बहुत निर्बल थी|मे उसे समझ नही पाती थी ओर हमेश उसमे हि कम आती थी|इसलिए मेने उपाधि मे गणित नही लिया|मेरी पसंदीदा पर्यटन स्थल हे फ्रांस|मैं कमाई शुरू करने के बाद एक बार फ्रांस को जाना चाहती हुँ विशेष रुप मे परिस को जाना चाहती हुँ|मेरे खाने पिने कि बहुत शोक हे|मेरी कोइ पसंदिदा खाना नही हे|मे सब तरकारी,फल आदि खाती हुँ|मे अपने बारे मे सब कुच केह दिया|