NADIYA S
मेरा नाम नदिया और मेरा उमर १९ साल है। बचपन मे बेंगलूर से हूं। में दो अलग विद्यालय मे पढी थी। एक विद्यालय का नाम " श्री बलमुरि विद्या समस्ते" और दूसरा का "हिल सैड पब्लिक स्कूल " है। मेरा विद्यालय बहुत अच्छा था और मैं हमेशा मेरे शिक्षकों का बहुत आदर करती थी और उन मे एक शिक्षिका की नाम "कमेश्वरि" है। वे हमेशा मुझे सही राह पर चलने की सीख देती थी। मे मेरि मा से बहुत प्यार करती हूं। मे सिर्फ मेरि मा पर विश्वास करती हूं। मे सारी जिन्दगि मा के साथ बिताना चाहति हूं। माता हमेशा हमारी उत्तम शिक्षा और अच्छे जिन्दगी को निबाने के लिये बहुत ही क्ष्रम करती है। १४ साल की उमर मे डाक्टर बनना चाहति थी। मे वो उमर मे ही दूसरो के घर मे सुबह काम करते हुए,अपनी मा की सहायता करती थी। लेकिन मुझे पढायि कर्ने मे मुश्किल होति थी,फिर भी मा की स्तिथि जानकर काम करति थी। मे दस्वी कक्षा मे डिस्टिक्क्ष्न पायि थी। उस दिन मुझे बहुत खुश हुई। मे पि यु सि " ज्योति निवास कालेज मे की थी। लोग कहते है की एक अच्छी दोस्त मिलना बहुत मुश्किल है,लेकिन मुझे एक दोस्त मिलि,उसका नाम "काव्या" है। वो हमेशा मेरि अचाई के बारे मे सोचती है और मेरे लिये सहि रास्ता चुनाकर देति है। उस्से बात करने से मुझे अच्छा लगता है।
मुझे "एम बि बि एस" नही मिलने पर मैने "क्रिस्त विश्वविद्यलय" मे "बि एस सी" करने की सोचा। अव्यास: मुझे रविंदर सिंग की कथा पढना बहुत पसंद है। मे एक खुले सोच विचारों की लड्कि हूं। मै लड्कोँ पर विश्वास नहि करती हूं। मुझे केरल की हरियाली बहुत पसंद है। मे अपनी मा से बहुत प्यार करती हूं।