कहानी

क्या मेने गुनाह किया ?

एलिस के देश मे

बिदाई

वेतर्नि के पार

अंतराल

पलायन

चाँद पर दाग हे

एक नया रिश्ता

देह अंश

लोग क्या कहेगें

कुलक्षणी

शोकपत्र

अकेले रह गये वे

विधयवती

कहाँ खो गई तुम

निर्णय

एकाधिका र

गुलाबी ओढनी

जप्त होते सपने

एक लड़की लंदन रिटर्न

पत्र

बनता हुआ सुख

छुटकारा

पीड़ा से मुक्ति या मुक्ति की पीड़ा

प्रतीक्षा

डर

यात्रा ही तो हे

उनका अकेलापन

आजकल

स्स्वयं से किया वादा\

मृगतृष्णा

कैसी हो तुम

प्रायश्चित

यही सच हे

रिटायरमेंट

आखरी पड़ाव


बेंगनी फुलो वाला पेड़


बस्ती मे

समाज सेवा

गबन

नोटॅंकीवाली

विचित्र सत्य

नियती भी हारी

मंगलसूत्र

विश्वासटूटा तो टूटा

यह चीठीनही हे

1 दूसरी औरत

2वापसी

3जीजिसे मिला आना

4बूँद गुलाबजल की

5वहीं के वहीं

6उत्राधिकार

7पेंडुलम

अचार

एक ताज़ा खबर

प्रेस नोट

रहोगी तुम हिन्दुस्तानी

फूटी कोटडी

पस्त पराजित

मुठीी मे बंद चाकलेट

अब कोई वर्जना नही

एयेए


यही सच हे

रिटायरमेंट

आखरी पड़ाव

बेंगनी फुलो वाला पेड़

फेसला

बस्ती मे

समाज सेवा

गबन नोटॅंकीवाली

विचित्र सत्य

नियती भी हारी

मंगलसूत्र

विश्वासटूटा तो टूटा

यह चीठीनही हे

दूसरी औरत

वापसी

जीजिसे मिला आना

बूँद गुलाबजल की

वहीं के वहीं

उत्राधिकार

पेंडुलम

अचार

एक ताज़ा खबर

प्रेस नोट

रहोगी तुम हिन्दुस्तानी


फूटी कोटडी


मुठीी मे बंद चाक